“केजरीवाल सरकार का लक्ष्य है कि दिल्ली में महिलाओं के लिए ऐसी योजना शुरू की जाए, जिससे उन्हें आर्थिक मदद मिल सके और चुनावों में महिला वोटरों का समर्थन हासिल किया जा सके”
दिनाँक 12/12/2024
नई दिल्ली : पहले मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहना योजना से बीजेपी को सत्ता में वापस लाया। फिर महाराष्ट्र में लाडकी बहिण योजना के जरिए महायुति (बीजेपी और उसके सहयोगियों का गठबंधन) ने महिलाओं को आकर्षित किया। अब झारखंड में हेमंत सोरेन ने मइयां योजना लागू की, जिसमें महिलाओं के खाते में पैसा डाला गया। इसका असर इतना बड़ा था कि हेमंत सोरेन ने लगातार दो बार सरकार बनाने का इतिहास रच दिया।
इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। जब सरकार महिलाओं के खाते में पैसा डालती है, तो उनका वोट बैंक भी मजबूत होता है। यह योजना सीधे महिलाओं से जुड़ी होती है, जो उन्हें घर की जरूरतों को पूरा करने में मदद करती है और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाती है।
अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इस ‘जादू’ को दिल्ली में लागू करना चाहते हैं। केजरीवाल सरकार का लक्ष्य है कि दिल्ली में महिलाओं के लिए ऐसी योजना शुरू की जाए, जिससे उन्हें आर्थिक मदद मिल सके और चुनावों में महिला वोटरों का समर्थन हासिल किया जा सके।
निष्कर्ष: महिलाओं के खाते में पैसा डालने की योजनाओं ने कई राज्यों में चुनावी जीत दिलाई है, और अब दिल्ली में केजरीवाल भी इसी रास्ते पर चलने की सोच रहे हैं। इस तरह की योजनाओं का असर महिलाओं की स्थिति को मजबूत करने के साथ-साथ राजनीति में भी अहम साबित हो सकता है।


