“भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने एक और कमाल कर दिखाया है। अंतरिक्ष में जीवन तलाश रहे वैज्ञानिकों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। ISRO ने अंतरिक्ष में लोबिया के बीजों को अंकुरित कराने में सफलता हासिल की है।”
दिनाँक 06/01/2025 नई दिल्ली
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अंतरिक्ष में लोबिया के बीजों को अंकुरित करने में सफलता हासिल की है। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि जल्द ही इनमें पत्ते भी निकलेंगे। यह प्रयोग “CROPS” (कंपैक्ट रिसर्च मॉड्यूल फॉर ऑर्बिटल प्लांट स्टडीज) के तहत किया गया है, जिसका मकसद अंतरिक्ष में पौधों की खेती की संभावनाओं का अध्ययन करना है।
कैसे हुआ यह प्रयोग?
लोबिया के बीजों को 30 दिसंबर को PSLV C-60 रॉकेट से “SpaDeX” मिशन के तहत भेजा गया था। इसरो ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि चार दिन में बीज अंकुरित हो गए हैं और पत्तियां निकलने की उम्मीद है।
SpaDeX मिशन की अन्य उपलब्धियां:
- PSLV रॉकेट के जरिए दो छोटे उपग्रह भी भेजे गए।
- ये उपग्रह 470 किमी की ऊंचाई पर डॉकिंग और अनडॉकिंग करेंगे।
भविष्य के लिए क्या मायने रखता है यह प्रयोग?
यह सफलता अंतरिक्ष में खेती और जीवन की संभावनाओं का बड़ा कदम है। ISRO का मानना है कि यह मिशन भारत के भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों, जैसे चंद्रयान-4, भारतीय स्पेस स्टेशन और चांद पर भारतीय यात्री भेजने के लिए रास्ता तैयार करेगा।


