दिनाँक 26/06/2025 नई दिल्ली
बीते एक दशक में प्रधानमंत्री आवास योजना ने देश के करोड़ों गरीब और वंचित परिवारों को पक्की छत देने का सपना साकार किया है। अब तक इस योजना के तहत 4 करोड़ से ज्यादा घर बनकर तैयार हो चुके हैं। इसके साथ ही मोदी सरकार ने 3 करोड़ और नए घर बनाने का फैसला किया है। ये मकान 2029-30 तक पूरे करने का लक्ष्य रखा गया है।
प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी की शुरुआत 25 जून 2015 को और ग्रामीण योजना की 16 नवंबर 2016 को हुई थी। इसका मकसद गरीब, कमजोर और वंचित तबके को पक्के और सुरक्षित मकान देना है। खास बात ये है कि इन घरों में शौचालय, बिजली, पानी और रसोई जैसी जरूरी सुविधाएं भी दी जा रही हैं।
सरकार ने ये भी तय किया है कि ज्यादातर घरों का मालिकाना हक महिलाओं के नाम होगा, ताकि उन्हें सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा भी मिल सके।
2024 में तीसरी बार केंद्र में सरकार बनने के बाद मोदी कैबिनेट की पहली बैठक में ही 3 करोड़ नए मकानों को मंजूरी दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “मोदी की गारंटी” बताते हुए कहा कि हर गरीब को सम्मान के साथ जीने और पक्की छत पाने का अधिकार है।
ये योजना उन लोगों के लिए बड़ी राहत बनी है, जो अब तक कच्चे घरों या बिना मकान के जिंदगी गुजार रहे थे।


