शेयर बाजार में 7वें दिन छाई गिरावट, IT शेयरों में बिकवाली का तगड़ा दबाव,निवेशकों के लिए चिंता का विषय

क्यों लगातार क्रैश हो रहा शेयर बाजार? आज फिर सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट

नई दिल्ली : भारतीय शेयर बाजार में आज भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को बड़ा झटका लगा। सेंसेक्स 500 से अधिक अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि निफ्टी भी 23453 के स्तर से नीचे आ गया। यह गिरावट कई कारणों से जुड़ी हुई है, जिनमें वैश्विक आर्थिक स्थितियां और घरेलू कारक शामिल हैं।

गिरावट के प्रमुख कारण:

  1. वैश्विक बाजार का दबाव:
    अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मंदी और अमेरिका में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावनाओं ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया।
  2. विदेशी निवेश में कमी:
    विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) द्वारा बड़े पैमाने पर बिकवाली ने बाजार पर दबाव बनाया है। इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी ने स्थिति और खराब कर दी।
  3. घरेलू मुद्दे:
    भारतीय अर्थव्यवस्था में धीमी गति से सुधार और प्रमुख सेक्टर्स में कमज़ोरी के संकेत भी गिरावट का कारण बने हैं।

प्रभावित सेक्टर्स:

  • बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र: इनमें सबसे अधिक नुकसान देखा गया। बड़े बैंक और एनबीएफसी कंपनियों के शेयर लाल निशान पर रहे।
  • आईटी और टेक्नोलॉजी: वैश्विक मंदी के संकेतों ने आईटी कंपनियों के शेयरों पर नकारात्मक प्रभाव डाला।
  • रियल एस्टेट और मेटल्स: इन क्षेत्रों में भी गिरावट देखी गई, जिससे व्यापक बाजार दबाव में रहा।

निवेशकों को सलाह:

विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय घबराने के बजाय लंबे समय के दृष्टिकोण से निवेश पर ध्यान देना चाहिए। बाजार में अस्थिरता के दौर में, गुणवत्तापूर्ण शेयरों में निवेश और पोर्टफोलियो को संतुलित रखना आवश्यक है।

आगे का अनुमान:

अर्थशास्त्रियों का कहना है कि बाजार पर अभी कुछ और समय तक दबाव बना रह सकता है। हालांकि, भारत की दीर्घकालिक आर्थिक संभावनाएं मजबूत बनी हुई हैं, जो भविष्य में निवेशकों को राहत प्रदान कर सकती हैं।

यह गिरावट बाजार की अस्थिरता का हिस्सा है, लेकिन निवेशकों को धैर्य बनाए रखना चाहिए और अपनी निवेश योजनाओं को समझदारी से प्रबंधित करना चाहिए।

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