किश्तवाड़ में मुठभेड़ से दहशत, अमरनाथ यात्रा के बीच आतंकी गतिविधियों पर बढ़ी चिंता

दिनाँक 21/07/2025 नई दिल्ली

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के घने जंगलों में रविवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ उस समय शुरू हुई जब सुरक्षा एजेंसियों को इलाके में आतंकियों की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी। भारतीय सेना और पुलिस की संयुक्त टीम ने दच्छन और नागसेनी के बीच स्थित खानकू जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इसी दौरान जंगल में छिपे आतंकियों ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका सुरक्षाबलों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया।

गोलीबारी और सुरक्षा उपाय

अधिकारियों के अनुसार, फायरिंग कुछ देर तक चली, लेकिन अभी तक किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है। इलाके को पूरी तरह घेर लिया गया है, और ऑपरेशन अभी भी जारी है। अतिरिक्त सुरक्षा बल मौके पर भेजे गए हैं, और हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।

विशेषज्ञों और स्थानीय लोगों की चिंता

इस मुठभेड़ के बाद सुरक्षा विशेषज्ञों और स्थानीय नेताओं ने चिंता जताई है। उनका कहना है कि किश्तवाड़ जैसे अपेक्षाकृत शांत इलाके में आतंकी गतिविधियों का उभरना एक गंभीर संकेत है।
स्थानीय लोगों में डर का माहौल है और उन्होंने सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।

आगे की रणनीति क्या होगी?

  • तलाशी अभियान तेज़ होगा: सेना और पुलिस अगले 48 घंटे तक सघन तलाशी अभियान चला सकती हैं।
  • ड्रोन और थर्मल कैमरों का इस्तेमाल: जंगल में छिपे आतंकियों का पता लगाने के लिए ड्रोन और थर्मल इमेजिंग तकनीक का उपयोग किया जा सकता है।
  • इंटेलिजेंस नेटवर्क एक्टिव: आईबी और अन्य खुफिया एजेंसियां आसपास के इलाकों में आतंकी नेटवर्क और सहयोगियों की तलाश करेंगी।
  • स्थानीय पूछताछ: ग्रामीणों से जानकारी जुटाई जा रही है ताकि संदिग्ध गतिविधियों का सुराग मिले।

क्यों बढ़ी चिंता?

  • किश्तवाड़ कुछ सालों से शांत इलाका माना जा रहा था, लेकिन अब यहां आतंकी गतिविधियों की वापसी हो रही है।
  • एजेंसियां जांच कर रही हैं कि क्या आतंकी सीमा पार से आए थे या स्थानीय स्तर पर भर्ती हुए थे।
  • अगर स्थानीय युवा शामिल पाए गए, तो यह सरकार के पुनर्वास और जागरूकता प्रयासों पर सवाल खड़े करेगा।

अमरनाथ यात्रा पर असर?

यह मुठभेड़ ऐसे समय में हुई है जब अमरनाथ यात्रा चल रही है। इस वजह से सुरक्षा एजेंसियां यात्रा मार्गों की निगरानी और सुरक्षा और कड़ी कर सकती हैं, ताकि किसी भी तरह का खतरा न पनपे।

फिलहाल पूरा क्षेत्र अलर्ट पर है और सुरक्षा बलों का अभियान जारी है। सरकार और एजेंसियां हर हाल में शांति और सुरक्षा बनाए रखने की कोशिश कर रही हैं।

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