“राज्य कर विभाग ने पान मसाला, गुटखा, तंबाकू और सरिया बनाने वाली 80 फैक्ट्रियों की पहचान की है। इन फैक्ट्रियों में उत्पादन और बिक्री के मुकाबले बहुत कम रिटर्न दाखिल हो रहा है। अब इन फैक्ट्रियों की निगरानी सीधे राज्य कर विभाग करेगा और लखनऊ में एकीकृत कंट्रोल रूम बनाया जाएगा।”
दिनाँक 03/01/2025 नई दिल्ली
राज्य कर विभाग ने अब पान मसाला, गुटखा, तंबाकू और सरिया बनाने वाली फैक्ट्रियों पर सख्ती पूरे उत्तर प्रदेश में बढ़ाने का फैसला किया है। इन फैक्ट्रियों में उत्पादन और बिक्री के मुकाबले बहुत कम रिटर्न दाखिल हो रहा है।
80 फैक्ट्रियां चिन्हित
विभाग ने 80 फैक्ट्रियों की पहचान की है, जिनमें कानपुर की 14, नोएडा और आसपास की 18, और लखनऊ की 8 फैक्ट्रियां शामिल हैं। इन फैक्ट्रियों के ई-वे बिल और उत्पादन क्षमता में गड़बड़ी पाई गई है।
सीसीटीवी कैमरों की निगरानी
राज्य कर विभाग ने इन फैक्ट्रियों के सीसीटीवी कैमरों का एक्सेस मांगा है। जिन जगहों पर कैमरे नहीं हैं, वहां कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। यदि फैक्ट्री मालिक ऐसा नहीं करते, तो विभाग अपनी ओर से कैमरे लगाएगा।
लखनऊ में कंट्रोल रूम
लखनऊ के गोमती नगर में एकीकृत कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है, जो फरवरी तक काम करना शुरू कर देगा। यह कंट्रोल रूम फैक्ट्रियों के कैमरों की लाइव निगरानी करेगा।
कानपुर में सख्ती की शुरुआत
सख्ती की शुरुआत पिछले साल नवंबर में कानपुर की पान मसाला फैक्ट्रियों से हुई थी। अधिकारियों को बॉडी वॉर्न कैमरों के साथ तैनात किया गया था। हाल ही में लखनऊ में चार ट्रकों को बिना ई-वे बिल के पकड़ा गया था।
अब पूरे प्रदेश में ऐसी फैक्ट्रियों की निगरानी और सख्त की जाएगी।


