“राहुल गांधी ने आतिशी को पत्र लिखकर मरीजों की परेशानियों पर चिंता जताई। उन्होंने लिखा कि सैकड़ों मरीज और उनके परिवार कड़ाके की ठंड में फुटपाथ और सबवे पर बिना पेयजल और स्वच्छता सुविधाओं के, केवल पतले कंबलों में गुजारा कर रहे हैं। यह देखकर उन्हें गहरा दुख हुआ।”
दिनाँक 20/01/2025 नई दिल्ली
दिल्ली में एम्स का दौरा करने के बाद, राहुल गांधी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को पत्र लिखा। उन्होंने एम्स के बाहर मरीजों और उनके परिवारों की कठिन स्थिति पर गहरी चिंता जताई। राहुल ने बताया कि उन्होंने सैकड़ों मरीजों और उनके परिजनों को कड़ाके की ठंड में फुटपाथ और सबवे पर बिना स्वच्छता, पानी या पर्याप्त गर्म कपड़ों के देखा। उन्होंने कहा कि पहले से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे इन लोगों को ऐसी कठिनाइयों का सामना नहीं करना चाहिए।
उन्होंने दिल्ली सरकार से तुरंत राहत देने की मांग की, जिसमें बिस्तर, पानी, हीटिंग और आश्रय जैसी सुविधाएं शामिल हों। साथ ही, उन्होंने सुझाव दिया कि एम्स में मरीजों और उनके परिवारों के लिए आवास का विस्तार कर दीर्घकालिक समाधान खोजा जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लिखे अपने पत्र में, राहुल गांधी ने एम्स पर बढ़ते दबाव और देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं की कमजोर स्थिति को उजागर किया। उन्होंने सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच बढ़ाने, एम्स जैसी सुविधाओं का विस्तार करने, और मरीजों पर वित्तीय बोझ कम करने की अपील की।
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि निजी स्वास्थ्य सेवाओं की बढ़ती लागत पर ध्यान देना जरूरी है और देशभर में नई एम्स सुविधाओं को जल्द चालू करने की जरूरत है। उन्होंने देखा कि कई मरीज, जो लंबी दूरी तय कर एम्स पहुंचे हैं, अपनी जीवन भर की बचत खर्च कर, चिकित्सा सहायता की प्रतीक्षा कर रहे हैं।


