दिनाँक 04/07/2025 नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी दो दिन की घाना यात्रा के दौरान घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा को भारत की पारंपरिक कला और शिल्प से जुड़े खास उपहार भेंट किए। ये तोहफे भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और कारीगरों की मेहनत को दर्शाते हैं।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति को कर्नाटक के बीदर की मशहूर बिदरीवेयर फूलदानों की जोड़ी दी। ये फूलदान जिंक और कॉपर धातु से बने हैं, जिन पर चांदी की खूबसूरत नक्काशी की गई है। इन पर खास ऑक्सीकरण तकनीक से काली चमक लाई जाती है, जो इन्हें अनोखा बनाती है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर की प्रसिद्ध पश्मीना शॉल भी भेंट की। चंगथांगी बकरी के ऊन से बनी यह शॉल बेहद मुलायम, हल्की और गर्म होती है। इस पर की गई बारीक कढ़ाई कश्मीरी कारीगरों की बेहतरीन कला का उदाहरण है।
प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल की शिल्पकला से जुड़ा एक सुंदर अंबावारी हाथी भी भेंट किया। यह सिंथेटिक हाथीदांत से बना है, जो पर्यावरण के अनुकूल है। यह हाथी भारत की शाही परंपरा और हस्तकला की पहचान है।
इसके साथ ही, मोदी ने ओडिशा के कटक की सिल्वर फिलिग्री (तारकासी) कारीगरी से बना एक सुंदर सिल्वर पर्स भी राष्ट्रपति को भेंट किया। इसमें महीन चांदी की तारों से बनाए गए फूल और बेलों के डिजाइन हैं, जो परंपरागत कारीगरी को आधुनिक लुक देते हैं।
इन उपहारों के जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की कला, संस्कृति और हस्तशिल्प की खूबसूरती और विरासत को दुनिया के सामने रखा।


