दिनाँक 12/02/2025 नई दिल्ली
पेरिस में पीएम मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की मुलाकात, एआई पर हुई चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस की राजधानी पेरिस में एआई एक्शन शिखर सम्मेलन के मौके पर अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से मुलाकात की। इससे पहले, जेडी वेंस ने पीएम मोदी के इस विचार की सराहना की कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इंसानों की जगह नहीं लेगा, बल्कि उनकी उत्पादकता और स्वतंत्रता को बढ़ाएगा।
एआई से रोजगार नहीं घटेगा, बल्कि काम की प्रकृति बदलेगी
शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एआई के प्रभावों पर बात की। पीएम मोदी ने कहा कि एआई राजनीति, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और समाज को नया रूप दे रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि एआई स्वास्थ्य, कृषि और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में सुधार लाकर लाखों लोगों की ज़िंदगी बदल सकता है।
लेकिन नौकरियों का नुकसान एआई से जुड़ा सबसे बड़ा डर है। पीएम मोदी ने कहा, “इतिहास गवाह है कि जब भी कोई नई तकनीक आई है, उसने नौकरियों को खत्म करने की बजाय नए अवसर पैदा किए हैं।” उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि लोगों को एआई युग के लिए तैयार करने के लिए हमें उन्हें नए कौशल सिखाने और उनके पुन: कौशल विकास में निवेश करने की ज़रूरत है।
जेडी वेंस ने पीएम मोदी के विचारों का समर्थन किया
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा, “मैं पीएम मोदी की बात से पूरी तरह सहमत हूं। एआई इंसानों की जगह नहीं लेगा, बल्कि उनकी मदद करेगा और उन्हें अधिक उत्पादक बनाएगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी सरकार एआई को श्रमिक-समर्थक विकास की दिशा में ले जाएगी, ताकि यह अमेरिका में नए रोजगार के अवसर बनाए।
एआई के अधिक नियमों के खिलाफ चेतावनी
अपने भाषण में, वेंस ने एआई के अत्यधिक विनियमन (Over-Regulation) के खिलाफ चेतावनी दी। उनका मानना है कि अगर एआई पर ज़रूरत से ज्यादा नियम लगाए गए, तो यह उद्योग की वृद्धि को रोक सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका एआई के विकास को बढ़ावा देने के लिए नीतियां बनाएगा और इसका वैश्विक स्तर पर विस्तार करेगा।
एआई को वैचारिक पूर्वाग्रह से बचाने की जरूरत
वेंस ने यह भी कहा कि एआई को राजनीतिक या वैचारिक पूर्वाग्रह से मुक्त रखना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका एआई को सत्तावादी सेंसरशिप (Authoritarian Censorship) का औजार नहीं बनने देगा।
इसके अलावा, उन्होंने बताया कि अमेरिका अन्य देशों के साथ मिलकर एआई को विकसित करने के लिए काम करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि अमेरिकी एआई तकनीक दुनिया में सबसे आगे रहे।
निष्कर्ष
पेरिस में हुए इस सम्मेलन में पीएम मोदी, जेडी वेंस और राष्ट्रपति मैक्रों ने एआई के भविष्य और उसकी संभावनाओं पर चर्चा की। इस बात पर सहमति बनी कि एआई इंसानों की जगह नहीं लेगा, बल्कि उनके काम करने के तरीकों को बेहतर बनाएगा। साथ ही, इसके अत्यधिक विनियमन से बचना जरूरी है ताकि यह तकनीक पूरी दुनिया में तरक्की ला सके।


