पाकिस्तान में मौलाना तारिक मसूद के खिलाफ हाल ही में ‘सिर तन से जुदा’ के नारे लगाए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। मौलाना तारिक मसूद पाकिस्तान के जाने-माने इस्लामिक स्कॉलर और वक्ता हैं, जिनकी तकरीरों को देशभर में लाखों लोग सुनते हैं। लेकिन हाल ही में उनके खिलाफ उठी इस आवाज ने सभी को हैरान कर दिया है।
क्या है मामला?
मौलाना तारिक मसूद ने एक धार्मिक तकरीर के दौरान कुछ ऐसे बयान दिए, जिनसे पाकिस्तान के कट्टरपंथी मुस्लिम समुदाय का एक बड़ा हिस्सा नाराज हो गया। उनके बयानों को कई लोगों ने गलत तरीके से लिया और इसे इस्लाम के खिलाफ मान लिया। इसके बाद उनके खिलाफ ‘सिर तन से जुदा’ के नारे लगने लगे।
वायरल वीडियो:
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में कुछ लोग मौलाना तारिक मसूद के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसमें उन्हें सख्त सजा देने की मांग की जा रही है। वीडियो में यह भी देखा जा सकता है कि कुछ धार्मिक समूह इस मामले को लेकर आक्रोशित हैं और मौलाना के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
मौलाना तारिक मसूद का पक्ष:
अब तक मौलाना तारिक मसूद ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन उनके समर्थकों का कहना है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। उनके मुताबिक, मौलाना ने किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं किया, बल्कि उन्होंने अपने विचार व्यक्त किए थे।
समाज में असर:
इस घटना ने पाकिस्तान में धार्मिक असहिष्णुता और कट्टरपंथी विचारधारा के खतरों को फिर से उजागर कर दिया है। इससे यह सवाल उठता है कि क्या किसी धार्मिक स्कॉलर को सिर्फ विचारों के लिए इस तरह की धमकियों का सामना करना पड़ना चाहिए।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया:
सोशल मीडिया पर लोग इस घटना को लेकर बंटे हुए हैं। कुछ लोग मौलाना तारिक मसूद का समर्थन कर रहे हैं, जबकि अन्य लोग उनके खिलाफ हो रहे आक्रोश का समर्थन कर रहे हैं। इस मुद्दे ने धार्मिक बहस को भी जन्म दिया है कि क्या इस तरह की असहिष्णुता किसी भी समाज के लिए उचित है।
यह मामला पाकिस्तान में धार्मिक असहिष्णुता और कट्टरपंथी सोच को लेकर एक गंभीर चर्चा का विषय बन गया है।


