दिनाँक 12/07/2025 नई दिल्ली
भारत की सांस्कृतिक विरासत को एक और बड़ी उपलब्धि मिली है। ‘मराठा सैन्य परिदृश्य’ को UNESCO की विश्व धरोहर सूची में शामिल कर लिया गया है। यह भारत का 44वां विश्व धरोहर स्थल बन गया है। यह ऐतिहासिक फैसला शुक्रवार को पेरिस में हुए UNESCO विश्व धरोहर समिति के 47वें सत्र में लिया गया।
इस धरोहर में शामिल 12 किले मराठा साम्राज्य की सैन्य ताकत, रणनीति और शानदार स्थापत्य कला के उदाहरण हैं। इनमें महाराष्ट्र के रायगढ़, शिवनेरी, सिंधुदुर्ग जैसे प्रसिद्ध किले और एक किला तमिलनाडु में शामिल है। इनका निर्माण 17वीं सदी के अंत से 19वीं सदी की शुरुआत के बीच हुआ था।
इन किलों की खास बात यह है कि इनमें समुद्री तटों से लेकर ऊँचे पहाड़ी इलाकों तक का बेहतरीन तालमेल दिखता है। ये किले न केवल व्यापार मार्गों की सुरक्षा के लिए बने थे, बल्कि मराठा साम्राज्य के विस्तार की भी रीढ़ रहे हैं। UNESCO ने इन्हें सैन्य वास्तुकला, क्षेत्रीय पहचान और ऐतिहासिक विरासत का अनूठा उदाहरण बताया है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी 2014 की रायगढ़ किले यात्रा की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि उन्हें छत्रपति शिवाजी महाराज को नमन करने का सौभाग्य मिला था और वह इस यात्रा को हमेशा याद रखेंगे।
अब इस उपलब्धि के साथ भारत विश्व स्तर पर छठे और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है, जहां सबसे ज्यादा विश्व धरोहर स्थल मौजूद हैं।


