“इसरो ने स्पेसएक्स रॉकेट की मदद से GSAT-20 सैटेलाइट सफलतापूर्वक लॉन्च किया, जिससे भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को मजबूती मिली”
नई दिल्ली : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने महत्वाकांक्षी GSAT-20 संचार उपग्रह को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इसे अमेरिका के स्पेसएक्स फाल्कन-9 रॉकेट के माध्यम से प्रक्षेपित किया गया। यह सैटेलाइट 4,700 किलोग्राम वजनी है और इसका उद्देश्य भारत के दूरसंचार और इंटरनेट सेवाओं को सशक्त बनाना है।
GSAT-20 के मुख्य उद्देश्य:
- हाई-स्पीड इंटरनेट प्रदान करना, खासकर ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में।
- सरकारी परियोजनाओं और रक्षा संचार में सहायता करना।
- उपग्रह आधारित कनेक्टिविटी को मजबूत बनाना।
तकनीकी विशेषताएं:
- यह एक अत्याधुनिक हाई थ्रूपुट सैटेलाइट (HTS) है।
- Ka-बैंड फ्रिक्वेंसी का उपयोग करता है, जिससे डेटा ट्रांसमिशन की गति बढ़ेगी।
- 15 वर्षों तक सेवा देने की क्षमता।
भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में मील का पत्थर:
GSAT-20 के लॉन्च से भारत का डिजिटल मिशन और ‘डिजिटल इंडिया’ पहल को गति मिलेगी। यह देश के दूरसंचार बुनियादी ढांचे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद करेगा।
ISRO और स्पेसएक्स के बीच यह सहयोग दोनों देशों के अंतरिक्ष अनुसंधान में एक नए युग की शुरुआत को दर्शाता है। यह प्रक्षेपण भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और वैश्विक साझेदारी की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।


