भारत के टूल्स सेक्टर में छिपी है 25 अरब डॉलर की कमाई की ताकत: नीति आयोग की रिपोर्ट

दिनाँक 16/04/2025 नई दिल्ली

नीति आयोग ने हाल ही में हैंड और पावर टूल्स सेक्टर पर एक नई रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि भारत इस सेक्टर से अगले 10 सालों में 25 अरब डॉलर का निर्यात कर सकता है और करीब 35 लाख लोगों को रोजगार दे सकता है। रिपोर्ट का नाम है – ‘भारत के हैंड और पावर टूल सेक्टर की निर्यात क्षमता: 25+ अरब डॉलर की संभावना’

दुनिया का बड़ा बाजार, भारत की हिस्सेदारी बहुत कम
आज दुनिया में हैंड और पावर टूल्स का बाजार करीब 100 अरब डॉलर का है, जो 2035 तक 190 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। लेकिन फिलहाल भारत की हिस्सेदारी इसमें काफी कम है —

  • हैंड टूल्स में सिर्फ 1.8%
  • पावर टूल्स में केवल 0.7%

वहीं चीन इस बाजार में 50% से ज्यादा हिस्सेदारी रखता है।

भारत कैसे बढ़ा सकता है अपनी हिस्सेदारी?
रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत के पास इस सेक्टर में बहुत संभावनाएं हैं, अगर सही कदम उठाए जाएं। इसके लिए तीन सुझाव दिए गए हैं:

  1. विश्वस्तरीय टूल क्लस्टर बनाना:
    देश में 3-4 आधुनिक टूल मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर बनाए जाएं, जिनमें अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर, मजदूरों के लिए रहने की सुविधा और बेहतर ट्रांसपोर्ट हो।
  2. नीति और बाजार सुधार:
    कच्चे माल पर आयात शुल्क कम किया जाए, एक्सपोर्ट स्कीम्स को सरल बनाया जाए और श्रम कानूनों में सुधार हो।
  3. सरकारी सहायता:
    अगर सुधारों में देरी होती है तो सरकार को करीब 8,000 करोड़ रुपये की अस्थायी मदद देनी पड़ सकती है, लेकिन यह पैसा आगे चलकर टैक्स के रूप में कई गुना होकर वापस आएगा।

‘मेक इन इंडिया’ को मिलेगा बढ़ावा
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यह सेक्टर ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को मजबूत कर सकता है और भारत को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है।

यह रिपोर्ट ‘विकसित भारत @2047’ के सपने को पूरा करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।

More From Author

WAVES समिट 2025 में दिखेगा भारत के युवा गेम डेवलपर्स का टैलेंट

चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियां शुरू, केदारनाथ के कपाट 2 मई को खुलेंगे