“सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस स्टारलिंक भारत में लॉन्च की तैयारी कर रही है, लेकिन सरकार के एक सवाल ने प्रक्रिया रोक दी है। हाल ही में अंडमान और निकोबार में तस्करों से स्टारलिंक डिवाइस बरामद हुए। अब सरकार यह पता लगाना चाहती है कि भारत में ये डिवाइस किसने खरीदे।”
दिनाँक 05/01/2025 नई दिल्ली
एलन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस स्टारलिंक भारत में लॉन्च की तैयारी कर रही है, लेकिन सरकार के एक सवाल की वजह से यह प्रक्रिया रुक गई है। हाल ही में अंडमान और निकोबार में छापेमारी के दौरान तस्करों से एक स्टारलिंक डिवाइस बरामद हुआ। तस्कर इस डिवाइस का इस्तेमाल नेविगेशन में मदद के लिए कर रहे थे।
अब सरकार यह जानना चाहती है कि यह डिवाइस भारत में किसने खरीदा था। लेकिन एलन मस्क की कंपनी, ग्राहकों की गोपनीयता का हवाला देते हुए, इस जानकारी को साझा करने से इनकार कर रही है। इस वजह से स्टारलिंक को भारत में लॉन्च करने में मुश्किलें आ रही हैं।
सरकार को चिंता है कि इस तरह की डिवाइस का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों के लिए किया जा सकता है। गृह मंत्रालय ने दूरसंचार विभाग को इस मामले की जांच करने और जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है। जब तक स्टारलिंक इस सवाल का जवाब नहीं देती, सरकार से मंजूरी मिलना संभव नहीं है।


