दिनाँक 01/08/2025 नई दिल्ली
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजधानी के लाखों झुग्गीवासियों को बड़ी राहत देते हुए शुक्रवार को एक अहम घोषणा की। उन्होंने साफ कहा कि जब तक झुग्गी में रहने वाले हर व्यक्ति को एक स्थायी और सम्मानजनक घर नहीं मिल जाता, तब तक किसी भी झुग्गी को नहीं तोड़ा जाएगा।
सीएम गुप्ता ने यह ऐलान ‘ग्रोथ भी, ग्रीन भी’ नामक एक सेमिनार के दौरान किया, जिसका उद्देश्य दिल्ली के समावेशी और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देना था।
सभी को मकान, किसी को बेघर नहीं होने देंगे
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम हर एक व्यक्ति को मकान देंगे और एक भी झुग्गी नहीं टूटने देंगे। अगर जरूरत पड़ी तो हम नीतियों में बदलाव भी करेंगे, ताकि सभी को सम्मानजनक जीवन मिल सके। “यह बयान उस वक्त आया है जब हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली में कई इलाकों में अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई हुई थी, जिससे झुग्गी बस्तियों में डर का माहौल बन गया था।
विकास का नया खाका
मुख्यमंत्री ने दिल्ली के विकास की एक नई योजना भी पेश की। इसमें बेहतर स्कूल, आधुनिक अस्पताल, मजबूत सड़क व परिवहन व्यवस्था, साफ पानी व सीवर, सौर ऊर्जा, वर्षा जल संचयन और यमुना नदी की सफाई जैसे मुद्दे शामिल हैं।
उन्होंने कहा, “अगर दिल्ली आगे बढ़ेगी, तो देश आगे बढ़ेगा। हमारी सरकार दिन-रात मेहनत कर रही है, ताकि राजधानी को फिर से देश के अग्रणी शहरों में शामिल किया जा सके।”
27 साल से ठप विकास, अब नई शुरुआत
रेखा गुप्ता ने स्वीकार किया कि पिछले 27 वर्षों में दिल्ली विकास की दौड़ में पीछे रह गई है। उन्होंने कहा, “अब वक्त है कि हम एक नई शुरुआत करें, जहां सबको बराबरी और सम्मान मिले।”
महिलाओं को दी आज़ादी, रात में काम करने पर से पाबंदी हटी
मुख्यमंत्री ने महिलाओं से जुड़े पुराने कानूनों की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि 1954 का वह नियम जो महिलाओं को रात की शिफ्ट में काम करने से रोकता था, अब खत्म कर दिया गया है। “यह महिलाओं का हक है कि वे कब और कैसे काम करें। सरकार का काम है सुरक्षा देना, रोक नहीं लगाना,” उन्होंने कहा।
लाखों झुग्गीवासियों को राहत
दिल्ली में करीब 15 से 16 लाख लोग झुग्गियों में रहते हैं। सीएम के इस फैसले से इन सभी लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। यह ऐलान साफ संकेत देता है कि दिल्ली सरकार अब जनहित और समावेशी विकास की दिशा में गंभीरता से काम कर रही है।
रेखा गुप्ता ने कहा, “हमारे पास अब एक मौका है दिल्ली को फिर से नई दिल्ली बनाने का। हम इसे जरूर पूरा करेंगे।”


