“केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि भारत 2047 तक सोलर ऊर्जा से 1800 गीगावॉट बिजली का उत्पादन करेगा। फिलहाल, ओंकारेश्वर जलाशय में तैरते सोलर पैनलों से 278 मेगावाट बिजली बनाई जा रही है।”
दिनाँक 05/01/2025 नई दिल्ली
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सोलर परियोजना का दौरा किया और इसे देश के लिए एक अनोखा और प्रेरणादायक प्रोजेक्ट बताया। उन्होंने बताया कि इस परियोजना से फिलहाल 278 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है, जिसका इस्तेमाल दिल्ली मेट्रो को चलाने में हो रहा है। इससे पहले, दिल्ली मेट्रो मध्य प्रदेश के रीवा सोलर प्लांट से बिजली ले रही थी।
उन्होंने कहा कि भारत सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है और 2047 तक 1800 गीगावॉट बिजली उत्पादन का लक्ष्य है। भारत सरकार 2030 तक 500 गीगावॉट और 2047 तक 1800 गीगावॉट बिजली के उत्पादन के लिए काम कर रही है। मंत्री ने कहा कि देश में फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट्स के लिए 90 गीगावॉट क्षमता है, जिसे बढ़ावा देने की पूरी कोशिश की जा रही है। उन्होंने ऊर्जा विशेषज्ञों को ऐसे प्रोजेक्ट्स को बढ़ाने की सलाह दी।
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा कि ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर परियोजना मध्य प्रदेश को वैश्विक स्तर पर नवाचार और ऊर्जा के क्षेत्र में पहचान दिलाएगी।दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी और प्रदेश मंत्री राकेश शुक्ला ने ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग और ममलेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना कर देश की सुख-समृद्धि की कामना की। उनके साथ सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, विधायक नारायण पटेल और अन्य अधिकारी मौजूद थे।


