दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, 1,388 नर्सों और 41 पैरामेडिकल स्टाफ को मिली स्थायी नौकरी

दिनाँक 08/07/2025 नई दिल्ली

दिल्ली सरकार ने आज ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 1,388 नर्सों और 41 पैरामेडिकल स्टाफ को स्थायी नौकरी दे दी। विज्ञान भवन में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सभी को नियुक्ति पत्र सौंपे।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि कई सालों बाद दिल्ली में इतनी बड़ी संख्या में नर्सों को स्थायी नौकरी दी गई है। इससे पहले की सरकारों ने कभी ऐसा नहीं किया।

इस मौके पर आयुष्मान भारत योजना के लिए पंजीकरण वैन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। ये वैन दिल्ली के हर नागरिक को आयुष्मान भारत कार्ड बनाने की सुविधा देगी और लोगों को देश की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना से जोड़ेगी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि पिछली सरकारों ने स्वास्थ्य सेवाओं की काफी अनदेखी की थी। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने 1700 करोड़ रुपये दिल्ली को स्वास्थ्य के लिए दिए थे, लेकिन 2021 से फरवरी 2025 तक एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ। अब ये जिम्मेदारी रेखा गुप्ता के कंधों पर है कि 8 महीने के भीतर ये पैसा जनता की सेहत पर खर्च किया जाए।

रेखा गुप्ता ने अपने संबोधन में पिछली सरकारों पर आरोप लगाया कि 27 सालों में दिल्ली में प्रति 1000 लोगों पर केवल 0.42 अस्पताल बिस्तर ही उपलब्ध था। सरकारी अस्पतालों में न एमआरआई मशीनें थीं, न दवाइयां। मरीज अस्पताल पहुंचते थे, लेकिन इलाज से पहले ही लौटा दिए जाते थे।

उन्होंने आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधा और कहा कि मोहल्ला क्लीनिक के नाम पर करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ। दवाइयों, कर्मचारियों और अस्पताल निर्माण में भी जमकर भ्रष्टाचार हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था को सही दिशा में आगे बढ़ाएगी।

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