“कांग्रेस नेतृत्व ने आगामी असम विधानसभा चुनाव को लेकर बैठक की। बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा कि राज्य की जनता ने नफरत की राजनीति को नकारने का मन बना लिया है।”
दिनाँक 28/02/2025 नई दिल्ली
असम में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार को एक अहम बैठक की। इसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा, सांसद गौरव गोगोई समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। बैठक में बीजेपी का मजबूती से मुकाबला करने और चुनावी रणनीति पर चर्चा की गई।
राहुल गांधी बोले- असम की जनता कांग्रेस के साथ
बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा कि असम की जनता बीजेपी की नफरत की राजनीति को नकार रही है और कांग्रेस की मोहब्बत व विकास की राजनीति को अपनाने के लिए तैयार है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी असम कांग्रेस के प्रयासों की सराहना की और कहा कि पार्टी का चुनाव अभियान और मजबूत किया जाएगा।
“मुख्यमंत्री असम को बेच रहे हैं” – कांग्रेस का आरोप
प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह ने कहा, “असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा राज्य को बेच रहे हैं और माफियागीरी चला रहे हैं। असम की जनता इससे बहुत पीड़ित है।” उन्होंने यह भी बताया कि जल्द ही कांग्रेस अध्यक्ष खरगे, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी असम का दौरा करेंगे और रैलियां करेंगे।
“BJP सरकार को उखाड़ फेंकेंगे”
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा ने कहा, “हमने संकल्प लिया है कि एकजुट होकर आगामी चुनावों में असम से बीजेपी की सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। हिमंत बिस्वा सरमा देश के सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री हैं, और हमने उनके भ्रष्टाचार के सबूत पार्टी नेतृत्व को सौंपे हैं। हम जनता को भी इन सबूतों से अवगत कराएंगे।”
BJP बनाम कांग्रेस की जुबानी जंग तेज
कांग्रेस ने जहां मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, वहीं बीजेपी ने हाल ही में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी पर पाकिस्तान और ISI से संबंध होने का आरोप लगाया था, जिसे गोगोई ने हास्यास्पद बताया और खारिज कर दिया।
अब केरल पर फोकस
कांग्रेस नेतृत्व शुक्रवार को केरल के नेताओं के साथ बैठक करेगा। यह बैठक इसलिए अहम मानी जा रही है क्योंकि पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के असंतोष की खबरें हैं। उन्होंने हाल ही में केरल की वामपंथी सरकार की आर्थिक नीतियों की तारीफ की थी, जिससे कांग्रेस के कुछ नेता नाराज बताए जा रहे हैं।
असम और केरल में अगले साल मार्च-अप्रैल में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं, ऐसे में कांग्रेस अपनी रणनीति को और धार देने में जुट गई है।


