“भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को अपने उस आरोप को साबित करने का मौका दिया है”
दिनाँक 30/01/2025 नई दिल्ली
चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से यमुना नदी में जहर घोलने के आरोपों पर स्पष्टीकरण और सबूत मांगे हैं। इसमें आयोग ने पूछा है कि कौन सा पदार्थ, कितनी मात्रा में और कैसे पानी में मिलाया गया था। उन्होंने यह भी पूछा है कि दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों ने इस जहरीले पानी की पहचान में कितना योगदान किया। आयोग ने अरविंद केजरीवाल से इन सभी मुद्दों का स्पष्टीकरण देने का अंतिम मौका दिया है, और उन्हें शुक्रवार तक का समय दिया गया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि आपके द्वारा दिए गए जवाब को देखते हुए, आयोग ने पाया कि यमुना नदी में जहर घोलने के आपके आरोपों से विभिन्न समूहों के बीच आपसी दुश्मनी और सामाजिक अशांति बढ़ सकती है। एक प्रमुख सार्वजनिक व्यक्ति और पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में, आयोग आपको यह याद दिलाना चाहता है कि ऐसे बयानों और क्रियाओं के गंभीर परिणाम हो सकते हैं, जो दो राज्यों के नागरिकों के बीच स्थायी घाव छोड़ सकते हैं।


