“22 जनवरी 2024 को रामलला का भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद, बुधवार को राम मंदिर की पहली वर्षगांठ मनाई गई”
दिनाँक 22/01/2025 नई दिल्ली
रामनगरी में बुधवार को फिर से भक्तों की भरमार थी। सुबह कोहरा और ठंड के बावजूद, बहुत सारे श्रद्धालु श्रीराम चन्द्र के दर्शन-पूजन के लिए आए थे। हर जगह से “जय श्रीराम” की आवाज सुनाई दी। ऐसा लग रहा था कि त्रेता युग की भावना फिर से जीवित हो गई हो। दिन भर लोगों की भीड़ जन्मभूमि पथ पर लगी रही, इसके बीच सुरक्षा का भी पूरा इंतजाम था। 22 जनवरी 2024 को रामलला का भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद, बुधवार को राम मंदिर की पहली वर्षगांठ मनाई गई, और इस दिन भी बहुत सारे भक्त मौजूद थे। इससे पहले 11 जनवरी को भी बहुत से लोगों ने अयोध्या में रामलला के दर्शन किए थे। अब 22 जनवरी को भी बहुत सारे श्रद्धालु अपनी श्रद्धा स्थापित करने पहुंचे। प्रदेश की योगी सरकार ने दर्शनार्थियों के लिए स्वच्छता और सुरक्षा का पूरा इंतजाम किया था। जिला प्रशासन भी तैयारी में था।
विभिन्न मठों और मंदिरों में भी धूम थी, और राम मंदिर की पहली वर्षगांठ के अवसर पर लोगों ने विशेष अनुष्ठान आयोजित किए। हनुमानगढ़ी में दर्शन के लिए लंबी कतारें लगी थीं। दशरथ महल, कनक भवन और अन्य मंदिरों में भी भक्तों की भरमार थी। उधर, मणिरामदास छावनी में रथयात्रा के बाद 41 दिनों का अनुष्ठान आयोजित किया गया था, जिसमें सवा लाख राम रक्षास्रोत का जाप हुआ।
श्रद्धालुओं में से कई लोग बीती 22 जनवरी को भी अयोध्या में थे, और अब वे रामनगरी में आ गए हैं। ट्रस्ट को भी इस भीड़ के आने का पूर्वानुमान था, और व्यवस्थाएं इसके अनुसार की गई थीं। राम मंदिर के आसपास ब्रह्म मुहूर्त से ही “जयकारे” सुनाई दे रहे थे, और होटल और धर्मशालाओं में पहले से ही लोगों की आरक्षणें हो चुकी थीं।
रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने बताया कि हिंदी कैलेंडर के अनुसार 11 जनवरी को द्वादशी मनाई गई थी, लेकिन बहुत से लोग अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार दर्शन करने आए थे। सुरक्षा के लिए अयोध्या में 6 जोन और 17 सेक्टर में बांटकर व्यावस्था की गई थी, जिसमें राजपत्रित अधिकारियों और सीओ लेवल के अधिकारियों को भी तैनात किया गया था। हनुमान चालीसा पढ़कर राम मंदिर में प्रवेश करने वाली राजस्थान की विजयलक्ष्मी ने बताया कि उनके साथ 17 लोग थे, और सभी ने हनुमान चालीसा का पाठ किया। अयोध्या में 500 वर्षों बाद फिर से रौनक बढ़ी है, और सभी को रामलला के दर्शन करने का अवसर मिलना चाहिए।


