“उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सामूहिक विवाह योजना गरीब परिवारों की बेटियों के लिए एक बहुत बड़ी मदद बन गई है। इस योजना के तहत, सरकार गरीब परिवारों की बेटियों की शादी का खर्च उठाती है,ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो”
दिनाँक 10/12/2024
नई दिल्ली : लखनऊ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना शुरू की थी, जिसका उद्देश्य गरीब और वंचित परिवारों की बेटियों की शादी में मदद करना है। इस योजना के तहत, सरकार 2 लाख रुपये तक की वार्षिक आय वाले परिवारों को लाभ देती है। अब तक, इस योजना के तहत 4 लाख से अधिक बेटियों की शादी हो चुकी है।चालू वित्त वर्ष 2024-25 में 25,000 से अधिक जोड़ों की शादी इस योजना से कराई गई है। योजना का मुख्य उद्देश्य उन गरीब परिवारों की मदद करना है, जो अपनी बेटियों की शादी के लिए आवश्यक खर्च नहीं उठा सकते। इस योजना के तहत, प्रत्येक जोड़े पर 51,000 रुपये का खर्च आता है।
जिसमें से 35,000 रुपये वधू के खाते में दिए जाते हैं, 10,000 रुपये शादी के कपड़े और अन्य वस्तुएं खरीदने के लिए खर्च होते हैं, और 6,000 रुपये विवाह समारोह की व्यवस्था पर खर्च किए जाते हैं।यह योजना सभी धर्मों और समुदायों के लिए है, और विवाह रीति-रिवाजों के अनुसार होते हैं, जिससे समाज में समरसता बढ़ती है। इस योजना से न केवल गरीब परिवारों को आर्थिक मदद मिलती है, बल्कि यह उन्हें सामाजिक सुरक्षा भी प्रदान करती है।मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत अब तक गोरखपुर, बिजनौर और रामपुर जैसे जिलों में सबसे अधिक शादियां हुई हैं। इस योजना का लाभ प्राप्त करने वाले परिवारों की संख्या हर साल बढ़ रही है, और सरकार ने इस योजना के लिए चालू वित्त वर्ष में 600 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है।


