“संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्षी दलों ने अदाणी समूह पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों और उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाया”
दिनाँक 03/12/2024
नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्षी दलों ने अदाणी समूह पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों और उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाया, जिसके परिणामस्वरूप दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित हुई। विपक्ष ने अदाणी समूह के खिलाफ अमेरिकी अभियोजकों द्वारा लगाए गए रिश्वतखोरी के आरोपों की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग की। साथ ही, मणिपुर और संभल में हुई हिंसा पर चर्चा की मांग करते हुए विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया, जिससे लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन की बंपर जीत के बावजूद मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर असमंजस जारी है। भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) के बीच मुख्यमंत्री पद के लिए मंथन चल रहा है। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार की बैठक हुई, जिसमें मुख्यमंत्री पद और संभावित मंत्रियों के नामों पर चर्चा की गई। इस बैठक के बाद से अटकलें तेज हैं कि देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदार हो सकते हैं, जबकि एकनाथ शिंदे और अजित पवार के चेहरे पर गंभीरता देखी गई, जिससे उनके भविष्य की भूमिकाओं पर सवाल उठ रहे हैं।


