“यूपी में उपचुनावों के दौरान बुर्का पहचान के मुद्दे पर बीजेपी और समाजवादी पार्टी में टकराव हो गया। समाजवादी पार्टी ने इसे पुलिस की तरफ से वोटरों को परेशान करने का आरोप बताया”
नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के उपचुनावों के दौरान बुर्का पहनकर मतदान करने वाली महिलाओं की पहचान को लेकर विवाद पैदा हो गया है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि बुर्का पहनकर कई महिलाएं मतदान केंद्र पर बिना उचित पहचान पत्र के प्रवेश कर रही हैं। इसे लेकर मतदान प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया।
समाजवादी पार्टी का विरोध:
समाजवादी पार्टी (सपा) ने इस मामले में कड़ी प्रतिक्रिया दी। पार्टी ने दावा किया कि पुलिस और प्रशासन ने मुस्लिम समुदाय की महिलाओं को जानबूझकर परेशान किया। सपा नेताओं ने कहा कि यह मतदाताओं के अधिकारों का हनन है और उन्हें डराने की साजिश है।
बीजेपी का पक्ष:
बीजेपी ने कहा कि यह सुनिश्चित करना प्रशासन का कर्तव्य है कि कोई भी बिना सत्यापन के मतदान न करे। उन्होंने कहा कि चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता के लिए पहचान सुनिश्चित करना आवश्यक है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
यह मुद्दा राज्य में राजनीतिक गरमाहट का कारण बन गया है। विपक्षी पार्टियों ने इसे भाजपा द्वारा सांप्रदायिक राजनीति का हिस्सा बताया, जबकि भाजपा ने इसे चुनावी प्रक्रिया को सुरक्षित और निष्पक्ष बनाने का प्रयास करार दिया।
इस विवाद ने प्रशासन की भूमिका और चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।


