हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह की मौत की खबर के बाद भारत और पाकिस्तान सहित कई देशों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। लखनऊ और कराची जैसे शहरों में हजारों लोग सड़कों पर उतरे और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
लखनऊ में 10 हजार लोग उतरे सड़कों पर:
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आधी रात को हिजबुल्लाह चीफ की मौत की खबर फैलते ही हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगभग 10,000 से ज्यादा लोग जुलूस में शामिल थे। ये प्रदर्शनकारी नसरल्लाह के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे। भीड़ ने इकट्ठा होकर सड़कों पर मार्च किया और उनकी मौत पर दुख व्यक्त किया। प्रदर्शनकारियों ने हिजबुल्लाह का झंडा लहराया और उनके समर्थन में जमकर नारे लगाए।
कराची में पुलिस पर पथराव:
पाकिस्तान के कराची शहर में भी भारी विरोध प्रदर्शन हुआ, जहां हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। स्थिति तब और गंभीर हो गई जब प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें हुईं। कराची में पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया। कराची के विभिन्न हिस्सों में पुलिस को तैनात किया गया है और हालात पर काबू पाने की कोशिशें जारी हैं।
प्रदर्शन के कारणों पर नजर:
हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह की मौत को लेकर पश्चिम एशिया के कई देशों में भी तनाव बढ़ा हुआ है। नसरल्लाह की गहरी धार्मिक और राजनीतिक पहचान थी, और उनके समर्थक उन्हें एक महान नेता मानते थे। उनकी मौत के बाद उनके अनुयायी आक्रोशित हैं और इसे एक बड़ी साजिश करार दे रहे हैं। नसरल्लाह की मौत के विरोध में कई जगहों पर उनके समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं।
हिजबुल्लाह चीफ की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान में हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। लखनऊ और कराची में हुए इन बड़े प्रदर्शनों ने सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर कर दिया है। दोनों देशों में हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और प्रशासन हरकत में है।


