दिनाँक 27/08/2025 नई दिल्ली
श्री माता वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर सोमवार को हुए भूस्खलन में कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब भारी बारिश के बाद अचानक पहाड़ी का बड़ा हिस्सा खिसक गया और रास्ते पर चल रहे लोग मलबे की चपेट में आ गए।
राहत और बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचे और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम लगातार मलबा हटाने और फंसे हुए लोगों को निकालने में जुटी हुई है। अधिकारियों ने बताया कि मौसम की वजह से राहत कार्य में कठिनाई आ रही है, लेकिन कोशिशें लगातार जारी हैं।
इस घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखते हुए कहा कि श्रद्धालुओं की मृत्यु की यह घटना अत्यंत दुखद है। राष्ट्रपति ने प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। साथ ही उन्होंने प्रार्थना की कि राहत और बचाव कार्य सुचारू रूप से पूरे हों।
गौरतलब है कि माता वैष्णो देवी मंदिर देश के सबसे बड़े तीर्थ स्थलों में से एक है, जहां हर दिन हजारों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। बरसात के मौसम में यहां अक्सर भूस्खलन और भारी बारिश से रास्तों में खतरनाक हालात बन जाते हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान मौसम की जानकारी लेकर ही मार्ग पर निकलें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
इस हादसे से पूरे देश में श्रद्धालुओं और भक्तों के बीच गहरी निराशा और शोक की लहर है। मंदिर प्रबंधन समिति ने भी मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायलों की हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्र को फिलहाल यात्रियों के लिए बंद कर दिया गया है और स्थिति सामान्य होने के बाद ही आवागमन बहाल किया जाएगा। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को राहत राशि देने का भी ऐलान किया है। यह दुखद घटना एक बार फिर पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा के दौरान सावधानी बरतने और सुरक्षित इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता की ओर ध्यान दिलाती है।


