दिनाँक 22/07/2025 नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश सरकार ने शून्य से पांच साल तक के बच्चों को डायरिया से बचाने के लिए प्रदेशभर में ‘डायरिया रोको अभियान’ शुरू किया है। यह अभियान 16 जून से 31 जुलाई तक चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य बच्चों को डायरिया से बचाना, ओआरएस और जिंक की महत्ता को समझाना और स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करना है।
अभियान के तहत गांव-गांव में ओआरएस और जिंक बांटे जा रहे हैं, जागरूकता पोस्टर और प्रचार वाहन गली-मोहल्लों में घूम रहे हैं। स्कूलों में प्रतियोगिताएं, सार्वजनिक स्थलों पर दीवार लेखन, ओआरएस-जिंक कॉर्नर और हस्ताक्षर अभियान भी चल रहे हैं।
स्वास्थ्य केंद्रों और निजी अस्पतालों को भी इस मुहिम से जोड़ा गया है। ‘डायरिया से डर नहीं’ जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को बताया जा रहा है कि दस्त होने पर बच्चे को तुरंत ओआरएस का घोल और जिंक टेबलेट देना चाहिए। साथ ही मां का दूध भी जारी रखना चाहिए।
अधिकारियों का कहना है कि डायरिया से बचाव के लिए साफ पानी, हाथ धोना, टीकाकरण और पोषण जरूरी है। यह पूरी तरह रोकी जा सकने वाली बीमारी है, और सही समय पर इलाज से बच्चों की जान बचाई जा सकती है।


