दिनाँक 29/06/2025 नई दिल्ली
दुनियाभर में आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। वित्त वर्ष 2024–25 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% दर्ज की गई है। यह सरकार की मजबूत आर्थिक नीतियों और देश की संरचनात्मक मजबूती का संकेत है।
वित्त मंत्रालय की मई 2025 की मासिक आर्थिक समीक्षा के मुताबिक, देश में ई-वे बिल जेनरेशन, ईंधन खपत और पीएमआई जैसे आर्थिक संकेतक लगातार स्थिरता दिखा रहे हैं, जिससे बाजार में भरोसा बना हुआ है। महंगाई पर भी देश को राहत मिली है। मई 2025 में खुदरा महंगाई दर घटकर 2.8% रह गई। यह लगातार सातवां महीना है जब महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे आम लोगों को बड़ी राहत मिली है।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार भी मजबूत बना हुआ है, जो करीब 11.5 महीनों के आयात के लिए पर्याप्त है। इससे देश की आर्थिक स्थिरता और विदेशी निवेशकों का भरोसा दोनों मजबूत हुए हैं। निर्यात के मोर्चे पर भी भारत ने अच्छी प्रगति की है। मई 2025 में देश का कुल निर्यात 2.8% बढ़ा, जो दिखाता है कि वैश्विक बाजार में भारतीय उत्पादों की मांग बनी हुई है।
वहीं, यूएनसीटीएडी की वर्ल्ड इन्वेस्टमेंट रिपोर्ट 2025 के मुताबिक, भारत दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा विदेशी निवेश पाने वाला देश बना हुआ है। इससे साफ है कि भारत निवेश के लिए एक मजबूत और आकर्षक बाजार के रूप में अपनी जगह बनाए हुए है।


